मानव शरीर में 7 चक्र,स्थान,रंग,कार्य और सक्रिय करने का तरीका
7 Chakras in Human Body, Location, Color, Function and How to Activate मानव शरीर एक जटिल और अद्भुत संरचना है, जो न केवल शारीरिक अवयवों से बनी होती है, बल्कि उसमें ऊर्जा के केन्द्र भी होते हैं। इन्हें “चक्र” के नाम से जाना जाता है। चक्र शब्द संस्कृत में “Chakra” से आया है, जिसका अर्थ होता है “चक्र” या “गति”। ये चक्र हमारे शरीर में उपस्थित ऊर्जा के केन्द्र हैं, जो शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इस ब्लॉग में हम 7 मुख्य चक्रों के विशेषताओं, कार्यों और उन्हें संतुलित रखने के उपायों पर चर्चा करेंगे। मूलाधारचक्र(Root Chakra) **स्थान:** यह चक्र रीढ़ की हड्डी के आधार पर स्थित होता है। **रंग:** लाल **तत्त्व:** पृथ्वी **विशेषताएँ:** मूलाधार चक्र व्यक्ति की सुरक्षा, स्थिरता और जीवन शक्ति का केन्द्र होता है। इसका संबंध हमारी बुनियादी आवश्यकताओं जैसे भोजन, निवास, और सुरक्षा से है। जब यह चक्र संतुलित होता है, तो व्यक्ति खुद को सुरक्षित और स्थिर महसूस करता है। **समस्याएँ:** अगर यह चक्र अवरुद्ध होता है, तो व्यक्ति असुरक्षित, चिंतित, या अनिश्चितता का अनुभव कर सकता है। यह शारीरिक समस्याएँ जैसे पैरों में दर्द या नींद की समस्याओं का कारण हो सकता है। **संतुलन के उपाय:** ध्यान, योग, और पृथ्वी पर चलते समय ध्यान केंद्रित करने से इस चक्र को संतुलित किया जा सकता है। लाल रंग का प्रयोग और पृथ्वी से जुड़े काम जैसे बागवानी करना भी फायदेमंद होता है। स्वाधिष्ठानचक्र(Sacral Chakra) **स्थान:** यह चक्र नाभि के ठीक नीचे और रीढ़ की हड्डी के आधार के ऊपर होता है। **रंग:** संतरी **तत्त्व:** […]
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